सुल्तानपुर डकैती कांड में शामिल बदमाश अनुज प्रताप सिंह का भी एसटीएफ और पुलिस टीम ने एनकाउंटर कर दिया है. अनुज ही सुल्तानपुर डकैती कांड का मुख्य आरोपी था. एनकाउंटर करने वाली टीम ने मुठभेड़ से पहले अनुज प्रताप सिंह को लेकर बड़ा खुलासा किया है. एनकाउंटर करने वाली टीम ने बताया कि अनुज को जब पुलिस पकड़ने गई तो वह अपने साथियों से पुलिस टीम को लेकर कह रहा था कि गोली मार सालों को… पुलिस टीम है पकड़ लेगी तो जिंदा नहीं छोड़ेगी.
इतने में आरोपियों द्वारा झाड़ी में छुपकर फायरिंग की गई, जिसमें एक गोली फोर्स के रवि वर्मा को लगी. जिसके बाद एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई की और अनुज को गोली लगी. जिससे वह घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई. आपको बता दें कि इससे पहले यूपी एसटीएफ ने सुल्तानपुर डकैती कांड में शामिल मंगेश यादव को एनकाउंटर में मार गिराया था.
सुल्तानपुर डकैती कांड में शामिल बदमाश अनुज प्रताप सिंह लूटकांड के बाद से ही फरार चल रहा था. अनुज के एनकाउंटर पर पिता धर्मराज सिंह ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. धर्मराज ने कहा कि चलो ठाकुर का एनकाउंटर होने से उनकी (अखिलेश) इच्छा की पूर्ति तो हो गई. सरकार की जैसी मर्जी हो, वो वैसा कर सकती है.
सपा मुखिया ने मंगेश यादव के एनकाउंटर पर उठाया था सवाल
सपा मुखिया ने इससे पहले एनकाउंटर में मारे गए मंगेश यादव के मुद्दे को खूब उठाया था और STF पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने जौनपुर के मंगेश के एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा था कि इस सरकार में STF जाति देखकर लोगों को मारती है. उनका कहना था कि यादव होने की वजह से मंगेश को मारा गया, जबकि ठाकुर होने के चलते डकैती कांड के अन्य आरोपियों के पैर में गोली मारी गई या उन्हें सरेंडर करवा दिया गया.
अनुज प्रताप सिंह ही था मुख्य आरोपी
पुलिस के मुताबिक 28 अगस्त को सुल्तानपुर में डकैती के लिए के लिए सबसे पहले ज्वैलरी शोरूम में घुसने वाला बदमाश अनुज प्रताप सिंह ही था. सफेद शर्ट पहने अनुज ने ही सबसे पहले शोरूम के अंदर बैठे दुकानदार भरत सोनी और उनके बेटे को पिस्तौल तानकर धमकाया था.
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इस डकैती कांड में शामिल 14 बदमाशों में अभी 3 की गिरफ्तारी होनी बाकी है. वारदात को अंजाम देने के लिए शोरूम में घुसने वाले पांच बदमाशों में फरार चल रहे फुरकान, अरबाज और अंकित यादव पर भी है एक-एक लाख का इनाम है. अंकित पर पांच मुकदमे, अरबाज पर तीन और फुरकान पर दो मुकदमे दर्ज हैं. जबकि, मंगेश यादव पहले ही मारा जा चुका है.
वहीं, इस मामले में गैंग के सरगना विपिन सिंह ने रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. विपिन सिंह वही बदमाश है, जिसने मीडिया से बात करते हुए अपने एनकाउंटर की आशंका जताई थी. विपिन सिंह पर कई मुकदमा दर्ज है.