प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं. रविवार को उन्होंने न्यूयॉर्क के नासाउ कोलेजियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले भारत सभी से समान दूरी बनाकर चलता था लेकिन आज सबसे सामान नजदीकी की नीति पर चल रहा है.
‘जब मैंने कहा कि ये युद्ध का समय नहीं है, तो लोगों ने सुना’
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज हमारी साझेदारी पूरी दुनिया के साथ बढ़ रही है. पहले भारत सबसे समान दूरी की नीति पर चलता था, आज भारत सबसे सामान नजदीकी की नीति पर चल रहा है. आज जब भारत ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर कुछ कहता है तो दुनिया सुनती है.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब भारत ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर कुछ कहता है तो दुनिया सुनती है. कुछ समय पहले जब मैंने कहा कि ये युद्ध का समय नहीं है, तो उसकी गंभीरता सभी ने समझी. उन्होंने कहा, ‘मैंने जब कहा ‘यह युद्ध का समय नहीं है’ (This is not the era of war) तो उसकी गंभीरता सबने समझी.’
‘यही हमारे पुरखों की सीख है यही हमारे संस्कार हैं’
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया में कहीं भी संकट आए भारत फर्स्ट रेस्पोंडर के रूप में समने आता है. कोरोना के समय में हमने 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां भेजीं, कहीं भूकंप आए कहीं साइक्लोन आए या गृह युद्ध हो, हम मदद के लिए सबसे पहले पहुंचते हैं. यही हमारे पुरखों की सीख है यही हमारे संस्कार हैं.
‘नए कैटेनिक एजेंट के रूप में उभर रहा भारत’
उन्होंने कहा कि आज का भारत दुनिया में एक नए कैटेनिक एजेंट के रूप में उभर रहा है. इसका प्रभाव हर सेक्टर में दिखेगा. ग्लोबल ग्रोथ, ग्लोबल पीस, ग्लोबल क्लाइमेट एक्शन को स्पीडअप करने में भारत का रोल अहम होगा. ग्लोबल इनोवेशन हो या ग्लोबल सप्लाई चेन में स्टैबिलिटी लाना हो, सभी में भारत का रोल अहम होगा.
‘बहुत जल्द आप भारत में ओलंपिक देखेंगे’
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्ष में भारत में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी बनी है. हर दिन दो नए कॉलेज बने हैं. हर दिन एक नई आईटीआई की स्थापना हुई है. 10 साल में मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी लगभग दोगुनी हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अभी तक दुनिया ने भारत के डिजाइनर्स का दम देखा, अब दुनिया ‘डिजाइन इन इंडिया’ का जलवा देखेगी.
पीएम मोदी ने बोस्टन और लॉस एंजिल्स में नए वाणिज्य दूतावास स्थापित करने की योजना की घोषणा की. अभी कुछ दिन पहले ही पेरिस ओलंपिक का समापन हुआ. बहुत जल्द आप भारत में भी ओलंपिक देखेंगे. हम 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.